जर्मन भाषा के माध्यम से करें विश्वस्तरीय कॅरिअर का निर्माण

जर्मन भाषा के माध्यम से करें विश्वस्तरीय कॅरिअर का निर्माण

जर्मन भाषा के माध्यम से करें विश्वस्तरीय कॅरिअर का निर्माण


जयपुर. कक्षा 12 के बाद जर्मन भाषा के माध्यम से विश्वस्तरीय कॅरिअर का निर्माण किया जा सकता है। जर्मनी में इस समय पेशेवरों और श्रमिकों की काफी कमी बनी हुई है। इस कमी को पूरा करने के लिए जर्मनी ने आऊसबिल्डुंग प्रोग्राम बनाया है। इसके माध्यम से कक्षा 12 के बाद युवा विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ प्रशिक्षण भी दिया जाता है। इस दौरान उनके खर्चों के लिए 900 से 1000 यूरो स्टाईपेंड भी प्रदान किया जाता है। वहीं नर्सिंग के विद्यार्थियों के लिए यह स्टाईपेंड 1000 से 1200 यूरो रहता है। आऊसबिल्डुंग प्रोग्राम मुख्य रूप से हॉस्पिटेलिटी, नर्सिंग और टेक्नीकल में कक्षा 12 पास करने और 18 वर्ष का होने के बाद ज्वॉइन किया जा सकता है। टेक्नीकल में फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथेमेटिक्स विषयों में कक्षा 12 कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ पास होना जरूरी रहता है। नर्सिंग में पीसीएम और पीसीबी विषयों के साथ पास होने वालों को प्राथमिकता दी जाती है। इसमे भी कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ पास होना जरूरी रहता है। हॉस्पिटेलिटी को कोई भी सब्जेक्ट वाला विद्यार्थी ज्वाइन कर सकता है। हॉस्पिटेलिटी और नर्सिंग 3 साल के और टेक्नीकल कोर्स साढे़ तीन साल का रहता है। इन तीनों के लिए जर्मन भाषा का बी 1 का इंटरनेशनल सर्टिफिकेट गोयथे, टेल्क या ईसीएल का होना अनिवार्य है। 

इसके साथ ही अकेले भारत में जर्मनी की 2000 कंपनियां है। इन कंपनियों में हमेशा जर्मन भाषी लोगों की मांग बनी रहती है। जिन युवाओं की भाषा क्षमता अच्छी होती है वह अच्छा कॅरिअर बनाने में आगे हो जाते है। यह कंपनियां हर माह कहीं न कहीं युवाओं की भर्ती करती रहती है। इसलिए जर्मन भाषी युवाओं को जॉब के लिए अधिक इंतजार नहीं करना पड़ता है। वहीं जर्मनी, आस्ट्रिया, स्विटजरलैण्ड सहित कई देशों में कंपनियां जर्मन भाषा जानने वाले युवाओं की भर्तियां करती रहती है। जो युवा अपनी पेशेवर डिग्री और अनुभव के साथ वहां जाना चाहे तो जा सकता है और यूरोपीय देशों में अपना कॅरिअर बना सकता है। 

इसके बारे में और अधिक जानकारी पाने के लिए आप ई लैंग्वेज स्टूडियो जर्मन स्पीकर्स क्लब से 7597559400 और 7240061884 पर संपर्क कर सकते है।