थैरेपिस्ट के लिए बढ़े जर्मनी में डायरेक्ट प्लेसमेंट के अवसर

थैरेपिस्ट के लिए बढ़े जर्मनी में डायरेक्ट प्लेसमेंट के अवसर

थैरेपिस्ट के लिए बढ़े जर्मनी में डायरेक्ट प्लेसमेंट के अवसर

ऑक्यूपैशनल और फिजियोथैरेपिस्ट में है काफी जॉब्स 

जयपुर. जर्मनी में थैरेपिस्ट के लिए जॉब्स के अवसर बढ़ते ही जा रहे है। इनमे विभिन्न श्रेणियों में जर्मन भाषा जानने वाले आवेदन कर सकते है। इन थैरेपिस्ट में फिजियोथैरेपिस्ट और ऑक्यूपैशनल थैरेपिस्ट शामिल है। 

जर्मनी में आक्यूपैशनल थैरेपिस्ट श्रेणी में रोजगार पाने के लिए आवेदन किया जा सकते है। इसके कार्यों में शारीरिक एवं विशेष मरीजों की अशक्तता का इलाज किया जाता है। इनमे न्यॅूरोलोजिकल डिसआर्डर, स्पाइनल कार्ड इंजरी के उपचार से लेकर अन्य कई तरह के शारीरिक व्यायाम कराए जाते है। कई बार मानसिक विकार आ जाने पर मरीज को कागज पेंसिल से समझाया जाता है। इसके लिए किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज से आक्यूपैशनल थैरेपिस्ट की डिग्री होनी चाहिए। टीमवर्क की भावना और स्वतंत्र समय प्रबंधन की क्षमता होना जरूरी है। इसमे अच्छा वेतन सहित कई तरह की छूट भी मिलती है। साल में 30 दिन के अवकाश सहित फ्लैक्सीबल काम का समय रहेगा। ऑक्यूपैशनल थैरेपिस्ट को जो भी ट्रेनिंग देनी होती है उसका खर्च भी कंपनी या अस्पताल प्रबंधन ही उठाता है। 

इसी तरह फिजियोथैरेपिस्ट के लिए भी जर्मनी में बहुत सारे जॉब्स है। कई सारे अस्पताल और क्लीनिक्स में इनकी मांग बनी हुई है। मरीजों की फिजियोथैरेपी के अलावा डिजीटल डाक्यूमेंट सिस्टम का उपयोग करने की क्षमता भी होनी चाहिए। इसके लिए प्रमुख रूप से मान्यता प्राप्त कॉलेज से फिजियोथैरेपिस्ट की डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा फिजियोथैरेपिस्ट में आऊसबिल्डुंग प्रोग्राम में भी अप्लाई किया जा सकता है। इसके लिए साइंस बैकग्राउंड होना जरूरी है। कम से कम कक्षा 12 में फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथेमैटिक्स या बायोलॉजी सब्जेक्ट होने ही चाहिए।