जर्मनी में हमेशा बनी रहती है बेकर्स की मांग
जयपुर। जर्मनी में बेकरी आऊसबिल्डुंग प्रोग्राम एक ऐसा प्रोग्राम है जो स्थायी रूप से रोजगार देने वाला है। जर्मनी और यूरोप में बेकरी उत्पादों की मांग हमेशा बनी रहती है। चूंकि यह क्षेत्र पेट से जुड़ा हुआ है और खाने के सामान में कभी कोई कटौती नहीं की जा सकती है। इसलिए यह क्षेत्र असीम संभावनाओं वाला है। इस क्षे़त्र में प्रशिक्षित होने के बाद युवा स्वयं का भी व्यवसाय शुरू कर सकते है।
दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी का आऊसबिल्डुंग प्रोग्राम पढ़ाई और कमाई दोनों कराने वाला है। इसलिए बेकरी आऊसबिल्डुंग न्यूनतम स्टाईपेंड 1000 यूरो का रहता है। इसमे दो हिस्सों में अध्ययन और प्रशिक्षण होता है। पहला बेकरी से संबंधित और दूसरा मार्केटिंग वाला रहता है। इसमे छात्र-छात्राएं पहले बेकरी उत्पाद बनाना सीखते है और फिर उसको बेचने के गुर भी जानते है। इससे वह इस क्षेत्र के खिलाड़ी बनने के लिए तैयार हो जाते है। इसमे काम सीखने वाले युवा जर्मनी ही नहीं बल्कि पूरे यूरोप में कहीं भी काम करने के लिए तैयार हो जाते है। इसके साथ ही दुनिया के कई अन्य देशों में भी काम कर सकते है।
बेकरी आऊसबिल्डुंग प्रोग्राम को कक्षा 12 पास करने के बाद ज्वाइन किया जा सकता है। इसे ज्वाइन करने के लिए पहले से कुछ बनाना आने की शर्त भी नहीं है। बेकरी उत्पादों में सामान्य रूप से रस्क, बिस्कुट, ब्रेड और अन्य बहुत सारे उत्पाद शामिल है। इन उत्पादों को जर्मनी से निर्यात भी किया जाता है। जर्मनी में ब्रेड और बेकरी उत्पादों का बाजार इस साल 34.05 बिलियन डॉलर रहने का अनुमान है और यह हर साल बढ़ेगा। वर्ष 2028 तक इसके 37.93 बिलियन डॉलर पहुंचने का अनुमान है। इस क्षे़त्र में काम करने वालों की कमी बनी हुई है। इस कारण इसे भी आऊसबिल्डुंग प्रोग्राम में शामिल किया गया है। जर्मनी में लगभग 10 हजार बेकरियां है। इन बेकरियों में काम करने वाले प्रशिक्षित लोगों की हमेशा मांग बनी रहती है।
इस प्रोग्राम में शामिल होने के लिए आप 7597559400 और 7240061884 पर संपर्क कर सकते है।