33 साल बाद भी 'सटीक' नहीं है जर्मन एकीकरण

33 साल बाद भी 'सटीक' नहीं है जर्मन एकीकरण

33 साल बाद भी 'सटीक' नहीं है जर्मन एकीकरण

दो टुकड़ों में बंटे जर्मनी को एक देश बने 33 वर्ष गुजर चुके हैं। लेकिन क्या पूरब और पश्चिम एक देश के तौर पर घुल-मिल पाए हैं?

 

बर्लिन में दो देशों को विभाजित करने वाली दीवार को गिरे तीन दशक से ज्यादा हो चुके हैं। जर्मनी राजनीतिक रूप से एक है, लेकिन विभाजित करने वाली कुछ दरारें बरकरार हैं। यह बात पूर्वी जर्मनी के एक मंत्री ने डीडब्ल्यू से कही। कार्स्टन श्नाइडर के मुताबिक लोगों के जेहन में अब भी एकीकरण को पूरी तरह घुलना है।

 

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श्नाइडर जर्मन सरकार में पूर्वी जर्मनी के कमिश्नर हैं। 3 अक्टूबर को जर्मन एकीकरण की 33वीं वर्षगांठ पर उन्होंने इससे जुड़ी एक रिपोर्ट रिलीज की. रिपोर्ट जर्मन एकता के बारे में है। इसी विषय पर उन्होंने डीडब्ल्यू से बात भी की है।

 

पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी में संपत्ति की असमानता?

श्नाइडर के मुताबिक 2023 में पूरे जर्मनी में पेंशन के लेवल को एडजस्ट कर बराबर किया गया। इसे वह इस साल की एक अहम कामयाबी मानते हैं। पूर्वी कम्युनिस्ट जर्मनी या जर्मन डेमोक्रैटिक रिपब्लिक (जीडीआर) में रहने वाले लोग लंबे समय से असमान पेंशन से परेशान थे।

 

संघीय रूप से वेतन की बढ़त ने भी जर्मनी के राज्यों में कर्मचारियों को फायदा पहुंचाया. लेकिन क्या जर्मनी के पूर्वी प्रांत इसमें पिछड़ गए? श्नाइडर कहते हैं, "मजदूरी और संपत्ति में अब भी अंतर है।"

 

2022 में पश्चिमी जर्मनी में औसत वार्षिक वेतन पूरब के मुकाबले 12,000 यूरो से भी ज्यादा था। बचत के आंकड़े असमानता की और स्याह तस्वीर पेश करते हैं। 2021 में पश्चिमी जर्मनी में औसत बचत, पूर्वी हिस्से के मुकाबले तीन गुना ज्यादा था। यह आंकड़े जर्मनी के संघीय बैंक ने जारी किए हैं।

 

पुराने पूर्वी जर्मनी में आर्थिक बदलाव

श्नाइडर का अनुमान है कि आने वाले दशकों में पूर्वी जर्मनी में बढ़िया आर्थिक विकास होगा। वह सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के केंद्र के रूप में निवेश खींचेगा। दिग्गज अमेरिकी टेक कंपनी इंटेल माग्देबुर्ग में 30 अरब डॉलर की लागत वाली चिप फैक्ट्री बनाने जा रही है। माग्देबुर्ग, सैक्सोनी अनहाल्ट प्रांत की राजधानी है। जर्मनी के इतिहास में यह सबसे बड़ा फॉरेन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट है।