जर्मन भाषा दक्षता से मिली अच्छे प्रबंधन में मदद

जर्मन भाषा दक्षता से मिली अच्छे प्रबंधन में मदद

जर्मन भाषा दक्षता से मिली अच्छे प्रबंधन में मदद

जर्मनी की कंपनी में हायर पोजिशन पर कार्यरत है सचिन शर्मा

फ्रेंकफर्ट. जर्मनी की एक आईटी कंपनी में बडे़ प्रबंधकीय पद पर कार्यरत सचिन शर्मा का कहना है कि जर्मन भाषा बढ़िया ढंग से सीखने और दक्षता हासिल करने से कंपनी के प्रबंधन में काफी सहायता मिली है। हिंदी माध्यम से जर्मन भाषा अच्छी तरह सीखने में ई लैंग्वेज स्टूडियो से प्रेरणा और मदद मिली। स्टूडियों के डायरेक्टर देवकरण सैनी ने जर्मनी यात्रा के दौरान फ्रेंकफर्ट में सचिन शर्मा से बात की और जर्मनी में प्रबंधन और कार्य वातावरण के संबंध में जानकारी ली। 

इस बातचीत में डायरेक्टर सैनी ने बताया कि सचिन शर्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले है और वर्तमान में बडे़ प्रबंधकीय पद पर कार्य कर रहे है। वर्तमान में अमरीका में भारतीय बडे़ पदों पर कार्यरत है। अब भारतीय यूरोप भी पहुंच रहे है और यहां भी प्रबंधन में भी अपना सिक्का जमा रहे है। इसका कारण पूछे जाने पर सचिन शर्मा ने बातचीत में बताया कि यूरोप में कोरोना काल और बाद में डिजिटलाइजेशन का बहुत बूम हुआ है। इसके कारण यहां डेटा सेंटर, टेक इंजीनियर और आईटी प्रोफेशनल की डिमांड बढ़ी है। जर्मनी ने भी यहां इस काम को बढ़ाया है। यहां काफी जॉब क्रिएट भी हुए है। इसके लिए लैंग्वेज एक माध्यम है जिससे अपनी जिम्मेदारियों को हैंडल कर सकते है। भारतीय अच्छा प्रबंधन करने में सक्षम इसलिए रहते है कि उनमे अतिथि देवोभवः का भाव रहता है। साथ ही यह आप पर भी रहता है कि आप कैसे अपनी टीम को बिल्ड और मैनेज कर पाते है। 

लैंग्वेज एक पावरफूल टूल 

अगर आप जर्मनी में है तो लैंग्वेज एक पावरफूल टूल के रूप में काम करती है। अपनी टीम को कमांड करने और मोरल बढ़ाने के लिए लैंग्वेज जरूरी है। उसके अलावा यहां की सोसायटी और संगठनों से जुड़ने के लिए लैंग्वेज अच्छे सोर्स का काम करती है। इसके लिए जरूरी है आप यहां जर्मन बोलने का प्रयास करें तो जर्मन नागरिक आपको पॉजीटिव लेंगे और हेल्प करने के लिए भी आगे बढ़ेंगे। इसमे जर्मन लैंग्वेज काफी हेल्प करती है। अगर आप जर्मनी में लांग टर्म स्टे करना चाहते है तो लैंग्वेज आपके लिए बहुत जरूरी है। यहां के सर्टिफिकेशन और परमिट्स लेने में और सोशियल और प्रोफेशन लाइफ में भी इससे बहुत मदद मिलती है। 

ई लैंग्वेज से सीखी जर्मन https://youtu.be/ozHlBWBnTN0?si=yOpiyeS-819T7wYi

अगर आप एक हायर पोजिशन पर और मैनेजर के भी मैनेजर है। आपको टीम को रन करना है तो आपको अपनी टीम को समझना होगा। जब तक आप उनको समझेंगे नहीं उनके एक्सप्रेशन नहीं समझते तो उनको गाइड और मोटिवेट नहीं कर पाएंगे। क्योंकि आपकी टीम में डायवर्सिटी भी होती है। अगर आपकी टीम में 15 देशों के लोग है तो आपको मैनेज करना काफी चुनौतीपूर्ण रहता है। हर कोई अपनी मदर टंग से ट्रांसलेट करता है तो सबको एक कॉमन प्लेटफार्म पर लाने के लिए लोकल लैंग्वेज जरूरी है। मैं भी पहले यहां जर्मन सीखने के लिए लोकल क्लास में गया तो वहां जर्मन माध्यम से ही जर्मनी में पढ़ाई हो रही थी। इसके पश्चात मैंने हिंदी से जर्मन सीखने के चैनल सर्च किए तो जर्मन स्पीकर्स क्लब और ई लैंग्वेज स्टूडियो के संपर्क में आया। मुझे आपका पढ़ाने का तरीका आसानी से समझ में आ गया। इससे मुझे जर्मन सीखने में कम समय लगा। इस कारण आप यहां फेमस भी है। मेरा मानना है आप अपनी मातृभाषा के माध्यम से जर्मन सीखते है तो जल्द सीख पाते है और इसके लिए अभ्यास भी आवश्यक है।