एक बेहतरीन प्रॉडक्ट या सेवा बनाने का सबसे आसान और सबसे सीधा तरीका कोई ऐसी चीज़ बनाना है, जिसका आप उपयोग करना चाहते हों। इससे आपको वह डिज़ाइन करने की अनुमति मिलती है, जिसे आप जानते हैं और आपको तुरंत पता चल जाएगा कि आप जो बना रहे हैं, वह अच्छा है या नहीं।
बेसकैंप में हम ऐसे प्रॉडक्ट बनाते हैं, जिनकी ज़रूरत हमें अपना खुद का व्यवसाय चलाने के लिए होती है। मिसाल के तौर पर, हम इसकी निगरानी करना चाहते थे कि हमने किससे बात की, हमने क्या कहा और हमें इसके बाद कब किससे दोबारा बात करनी है। इसलिए हमने हमारा कॉन्टैक्ट मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर हाईराइज़ बनाया। फोकस ग्रुप्स, मार्केट स्टडीज़ या बिचौलियों की कोई ज़रूरत नहीं थी। हमें खुजली हो रही थी, इसलिए हमने इसे खुजा लिया।
जब आप कोई प्रॉडक्ट या सेवा बनाते हैं, तो आप हर दिन सैकड़ों छोटे- छोटे निर्णय लेते हैं। अगर आप किसी दूसरे की समस्या सुलझा रहे हैं, तो आप लगातार अँधेरे में तीर चलाते हैं। जब आप अपनी खुद की समस्या सुलझाते हैं, तो रोशनी फैल जाती है। आप सटीकता से जानते हैं कि सही जवाब क्या है।
आविष्कारक जेम्स डाइसन ने अपनी खुद की खुजली को खुजलाया। उन्होंने गौर किया कि उनके वैक्यूम में धूल बैग के छेदों को बंद कर रही थी, जिससे हवा का प्रवाह रुक जाता था और मशीन की चूसने की क्षमता चली जाती थी। यह किसी दूसरे की काल्पनिक समस्या नहीं थी : यह तो असली समस्या थी, जिसका उन्होंने खुद अनुभव किया। इसलिए उन्होंने समस्या को सुलझाने का निर्णय लिया और विश्व का पहला साइक्लोनिक, बैगरहित वैक्यूम क्लीनर बना दिया।