स्टूडेंट को भेजना होगा अपना वीडियो
जयपुर. जर्मनी में आऊसबिल्डुंग करने के लिए ऑप्शनों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। ई लैंग्वेज स्टूडियों इस बार से कई नए कोर्सेज में स्टूडेंट को जर्मनी भेजेगा। यह बात इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर देवकरण सैनी ने आऊसबिल्डुंग पर हुए वेबिनार में कही। इस बार स्टूडेंट को अपना परिचय देने वाला वीडियो भी भेजना होगा।
ई लैंग्वेज स्टूडियों के डायरेक्टर सैनी ने बताया कि जर्मनी में 300 से अधिक आऊसबिल्डुंग के फील्ड है। अब बाहर के देशों के लिए भी यह फील्ड खुल रहे है। इससे अपने देश और अन्य देश के छात्रों को लाभ मिलेगा। इसमे पढ़ाई के साथ कमाई का फायदा मिलता है और 12 वीं पास करके और 18 से 30 वर्ष के बीच जर्मनी जा सकते है। इस समय हेल्थ सेक्टर में सबसे अधिक मांग होने के कारण नर्सिंग डिप्लोमा में प्रवेश लिया जा सकता है। इसमे 40 प्रतिशत स्कूल और 60 प्रतिशत काम यानि ट्रेनिंग लेनी होती है। पूरा 5000 घंटे का कोर्स करना अनिवार्य है। इसमे स्टाईपेंड 950 से 1200 यूरो तक मिलता है।
इस बार नर्सिंग, होटल, रेस्टोरेंट, टेक्नीकल सहित आईटी और ट्रांसपोर्ट में ड्राइवर की भी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए गोयथे या टेल्क का बी 1 का सर्टिफिकेट होना चाहिए। इंस्टीट्यूट की तरफ से 2.50 लाख रुपए का चार्ज रहेगा। फ्लाइट का खर्च स्टूडेंट को ही वहन करना होगा। इसके अलावा छात्रों को अपना 80 से 90 सैकंड का वीडियो अपलोड करना होगा जिसमे वह अपना परिचय देने के साथ ही जर्मनी क्यों जाना चाहता है यह भी उसमे बोलेगा या बोलेगी। बैक ग्राउंड में कोई शोर शराबा नहीं होना चाहिए। इसमे ड्रेसअप अच्छा होना चाहिए, दिखने और बोलने में स्मार्टनेस दिखनी चाहिए। भाषा का स्तर जितना अच्छा होगा उतना ही छात्र के पक्ष में रहेगा क्योंकि सारा खेल भाषा और व्यक्तित्व का है।
रहना होगा जिम्मेदारी से !
डायरेक्टर देवकरण सैनी ने कहा कि वहां जाकर जिम्मेदारी से रहना होगा। अगर आप वहां जाकर फील्ड चेंज की बात करेंगे तो यह अन प्रोफेशनल माना जाएगा। आपके लिए वहां अलग से सारी व्यवस्थाएं नहीं होगी। अगर मिलकर दूसरों के साथ रहना पड़ रहा है तो रहना ही होगा। वहां आपको कोई भी सिटी मिल सकती है। आपको खाना बनाना और खुद का सारा काम करना आना ही चाहिए। बेसिक इंग्लिश, कम्प्यूटर और सॉफ्ट स्किल्स आनी ही चाहिए। यह तो न्यूनतम आवश्यकताएं है। आपको विदेश में रहने के लिए अभी से मानसिक और शारीरिक तौर पर तैयार रहना चाहिए। आप वहां काम करने और सीखने के लिए जा रहे है इसलिए अपनी शर्ते मत बताइये। हालांकि आपको वहां पूरा सपोर्ट किया जाएगा। आपको अभी से पंक्चुअलिटी की आदत डाल लेनी चाहिए।
बनाए प्रजेंटेबल वीडियो
आऊसबिल्डुंग में जाने वाले एप्लीकेंट को अपना प्रजेंटेबल वीडियो बनाना चाहिए। सीवी यूरोपास वाला ही चलेगा। इसलिए उसी तरह का प्रोफेशनल सीवी बनाना चाहिए। इसके साथ ही एक मोटिवेशनल लेटर जर्मन लैंग्वेज में होना चाहिए। डॉक्यूमेंट स्केनर मशीन से स्केन होने चाहिए। इनमे 10 वीं, 12 वीं, ग्रेजुएशन, बी 1 या बी 2, वीडियो और पासपोर्ट अच्छे तरीके पीडीएफ फॉरमेट में होना चाहिए। यही आपकी बेटर प्रोफाइल रहेगी।