दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था में हॉस्पिटेलिटी उद्योग में अवसर

दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था में हॉस्पिटेलिटी उद्योग में अवसर

दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था में हॉस्पिटेलिटी उद्योग में अवसर

जर्मनी बन चुका है दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था

जर्मन भाषा जानने वाले भारतीयों के लिए है बहुत सारे अवसर 

जयपुर। यूरोप का ताकतवर देश जर्मनी अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। इस मजबूत अर्थव्यवस्था वाले देश में काम करने वाले लोगों की बहुत कमी है। इस कमी को पूरा करने के लिए जर्मन सरकार ने आऊसबिल्डुंग कार्यक्रम शुरू कर रखा है। इसमे हॉस्पिटेलिटी, नर्सिंग और तकनीकी प्रमुख रूप से शामिल है। हॉस्पिटेलिटी क्षेत्र में होटल, रेस्टोरेंट और मैकडोनाल्ड आदि है।   

जापान को पछाड़ते हुए तीसरे नंबर पर पहुंचे जर्मनी की जीडीपी अब 4.5 ट्रिलियल डॉलर की हो गई है। बीते अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में जापान का सकल घरेलू उत्पाद सालाना आधार पर 0.4 प्रतिशत तक गिर चुका है। यूरोप की सबसे बड़ी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के नाते, विशेष योग्यता और गुण रखने वाले विदेशियों के लिए जर्मनी में करियर के बहुत सारे अवसर हैं। जर्मनी अपनी मजबूत अर्थव्यवस्था और कुशल श्रमिकों की बहुत अधिक मांग के कारण नौकरी चाहने वालों के लिए सबसे लोकप्रिय स्थलों में से एक है। वास्तव में जर्मनी में नौकरी बाजार यूरोप में सबसे मजबूत में से एक माना जाता है। जहां विभिन्न उद्योगों में नौकरियों के विभिन्न अवसर उपलब्ध हैं।

यहां आऊसबिल्डुंग हॉस्पिटेलिटी क्षेत्र में होटल स्पेशलिस्ट, रेस्टोरेंट स्पेशलिस्ट, शेफ/कुक, मैकडोनाल्ड, बर्गर किंग में काम और अध्ययन कर सकते है। इस कोर्स को पूरा करने का समय 3 साल का होता है। यह कक्षा 12 पास करने और जर्मन भाषा के बी 1 के बाद ज्वाइन किया जा सकता है। जर्मन भाषा में दक्षता का स्तर गोयथे, टेल्क या ईसीएल से प्रमाणित होना चाहिए। इसके लिए आयु सीमा 18 से 35 वर्ष है और इसमे स्टाईपेंड 900 से 1000 यूरो तक दिया जाता है।  

एक मजबूत अर्थव्यवस्था के साथ जर्मनी एक मजबूत शक्ति है। यह यूरोप में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा निर्यातक और माल का आयातक दोनों है। जर्मनी एक विकसित देश के रूप में, मानव विकास सूचकांक में बहुत ऊपर है। यह ट्यूशन-मुक्त विश्वविद्यालय शिक्षा प्रदान करता है। जर्मनी संयुक्त राष्ट्र, नाटो, जी 7, जी 20 और ओईसीडी का सदस्य है। यहां यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की तीसरी सबसे बड़ी संख्या है। 

जर्मन भाषा जर्मनी में आधिकारिक और प्रमुख बोली जाने वाली भाषा है। यह यूरोपीय संघ की 24 आधिकारिक और कामकाजी भाषाओं में से एक है। लगभग 10 करोड़ लोगों के साथ, जर्मन यूरोपीय संघ में सबसे व्यापक रूप से बोली जाने वाली पहली भाषा है।

जर्मनी में इस समय 42 हजार से अधिक भारतीय विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे है। इसके साथ ही बड़े स्तर पर भारतीय पेशेवर भी काम कर रहे है। हाल ही में जर्मनी जाने वाले भारतीयों की संख्या कई गुना बढ़ी है। कुछ दिनों पहले आए एक सर्वे में यह तथ्य भी सामने आया है कि जर्मनी में भारतीयों की आय वहां के लोगों से भी अधिक है। 

जर्मनी में रोजगार के अवसरों के बारे में अधिक जानने के लिए आप ई लैंग्वेज स्टूडियो जर्मन स्पीकर्स क्लब से संपर्क कर सकते है।