जर्मनी में बहुत है आई टी जॉब्स

जर्मनी में बहुत है आई टी जॉब्स

जर्मनी में बहुत है आई टी जॉब्स


ऑनलाइन सेमिनार में स्टूगार्ट से पवन थिंड ने किया गाइड 

जयपुर। जर्मनी में आईटी जॉब्स के बारे में ई लैंग्वेज स्टूडियो जर्मन स्पीकर्स क्लब की ओर से ऑनलाइन सेमिनार आयोजित किया गया। इस सेमिनार में जर्मनी के स्टूगार्ट शहर से पवन थिंड ने आईटी सेक्टर में जॉब चाहने वाले युवाओं और प्रोफेशनल्स को गाइड किया। सेमिनार के प्रारंभ में ई लैंग्वेज स्टूडियो के डायरेक्टर और जर्मन स्पीकर्स क्लब के कन्वीनर देवकरण सैनी ने बताया कि आईटी प्रोफेशनल पवन SAP ANALYST है। ये पंजाब के रहने वाले है और इन्होंने स्वयं ही अप्लाई किया था और जर्मनी पहुंचे गए। अब यह 10 वर्ष से वहीं रह रहे है। 

आईटी प्रोफेशनल पवन ने बताया कि जर्मनी आने के लिए बेसिक चीज जर्मन लैंग्वेज, प्रोफेशनल डिग्री और अनुभव है। आपको अपना जॉब पाने के लिए फोकस्ड रहना होगा और लगातार अप्लाई करते रहना चाहिए। रिजेक्शन आ सकते है लेकिन उनसे घबराना नहीं चाहिए। फ्रेशर्स और जो जर्मन भाषा सीख रहे है वह भी अप्लाई कर सकते है। यहां पर रिज्यूम सलेक्ट करने के लिए फर्स्ट राउंड से ही कम्प्यूटरराइज्ड प्रोसेस रहता है। आईटी टूल्स की जानकारी करते हुए की वर्ड्स के बारे में पता रखना चाहिए। जर्मन भाषा का बी 1 और उससे भी अधिक का स्तर फायदेमंद रहता है। यह प्लस पाइंट ही माना जाता है। मोटिवेशनल लेटर भी महत्वपूर्ण रहता है। कुछ फेक कॉल भी आ सकते है जो आपकी मदद करने के लिए पैसा मांगेंगे। उनके जाल में नहीं फंसना चाहिए। 

अब तो जर्मनी जाने का प्रोसेस भी सरल हो गया है लेकिन सभी केंडिडेट्स को प्रोबेशन पीरियड को जो लगभग 6 माह का होता है उसे गंभीरता से लेना चाहिए। प्रोबेशन पीरियड को अच्छे तरीके से निकालना आपके कॅरिअर के लिए बढ़िया साबित होगा। इसी तरह ब्लॉक अकाउंट भी फायदेमंद है। इससे वहां की कंपनियों को लगता है कि आपके पास अपने खर्चें के लिए पैसा है और इससे आपमे भी आत्मविश्वास बना रहता है। आपकी एजुकेशन डिग्री वैलिड है कि नहीं इस बारे में जर्मन एजुकेशन डिपार्टमेंट की वेबसाइट से जानकारी की जा सकती है। इसी तरह आपका सीवी प्रभावशाली तो हो ही साथ ही कवर लेटर भी महत्वपूर्ण है। 

अनुभव से मिलता है फायदा

आई टी प्रोफेशनल पवन ने जानकारी दी कि रिजेक्शन कोई मैटर नहीं है। पॉजीटिव सोच के साथ कोशिश करते रहना चाहिए। आपको डिग्री के बाद एक या दो साल का अनुभव लेना चाहिए। काम का अनुभव हमेशा लाभकारी साबित होता है। इससे आपको मालूम चलता है कि कैसे काम होता है। इसके लिए इंटर्नशिप करना भी अच्छा रहता है। इंटर्नशिप आप जर्मनी में भी कर सकते है। इसके साथ ही कई कंपनियों में भी अप्लाई कर सकते है। जॉब्स की जानकारी के लिए लिंकडिन के साथ साथ कई अन्य प्लेटफार्म काफी उपयोगी हैं। कंपनी की वेबसाइट और पोर्टल पर जाकर अप्लाई करना अच्छा रहता है।