जयपुर। जर्मनी में 1 अप्रैल 2024 से नया कानून लागू होने वाला है इसमें नॉन यूरोपीय देशों के व्यक्तियों को कई सारी नौकरियों में डायरेक्ट प्लेसमेंट किया जा सकेगा। यह प्रोसेस आऊसबिल्डुंग के अलावा है। ई लैंग्वेज स्टूडियो और जर्मन स्पीकर्स क्लब की ओर से डायरेक्ट प्लेसमेंट पर आयोजित एक ऑनलाइन सेमिनार को संबोधित करते हुए ई लैंग्वेज स्टूडियो के डायरेक्टर देवकरण सैनी ने बताया कि जर्मनी से तीन अलग-अलग एजेंसियों ने हमसे संपर्क किया है और डायरेक्ट प्लेसमेंट को शुरू कर दिया गया है।
इसका प्रोसेस भी आऊसबिल्डुंग से अलग रहेगा। इसमें आपके पास कोई प्रोफेशनल या सामान्य डिग्री होनी चाहिए। एप्लीकेंट की आयु न्यूनतम 18 साल होनी चाहिए और जर्मन भाषा का बी 1 का सर्टिफिकेट गोयथे, टीसीएल या ईसीएल का होना चाहिए।
प्रमुख रूप से टेक्नीशियन, इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, फिजियोथैरेपिस्ट, कुक, हाउसकीपिंग, नर्स, डॉक्टर सहित कई कैटेगरी में डायरेक्ट प्लेसमेंट की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वहां 2000 से 3500 यूरो तक और इससे भी अधिक की सैलरी मिल सकती है। डॉक्टर की सैलरी और सुविधाएं अलग है।
सेमिनार में शामिल यूथ के जवाब देते हुए डायरेक्टर सैनी ने बताया कि वहां जाने के लिए एग्रीमेंट होगा, हेल्थ इंश्योरेंस, पासपोर्ट और जर्मन भाषा का बी 1 का प्रमाण पत्र चाहिए। वहीं नर्स के मामले में 50 हजार राशि डिपॉजिट होगी। इसके साथ ही लैंग्वेज सीखने की फीस होगी तो वह जर्मनी में 30 से 45 दिन काम करने के बाद रिफंड कर दी जाएगी। जिन लोगों ने नर्सिंग की डिग्री सहित जर्मन लैंग्वेज का बी 1 कर रखा है उनकी सिर्फ 50 हजार की रिफंडेबल मनी डिपॉजिट की जाएगी। इसके अलावा किसी तरह का कोई खर्चा नहीं लगेगा फ्लाइट टिकट भी जर्मन एजेंसियों की ओर से ही दी जाएगी।
वहीं अन्य फील्ड के एप्लीकेंट के लिए रजिस्ट्रेशन फीस 20 हजार, वीजा की फीस और फ्लाइट टिकट का खर्चा होगा। इस ऑनलाइन सेमिनार में 100 से अधिक एप्लीकेंट ने उत्साह से भाग लिया और अपने सवाल पूछे।
इस सेमिनार में लैब टेक्नीशियन, मार्केटिंंग, र्ग्रेजुएट, इलेक्ट्रिकल, हैवी व्हीकल, अकाउंट्स, मेडिकल, आईटीआई, लॉजिस्टिक, नर्सिंग, एयरक्राफ्ट कंट्रोलर, रिटेल मैनेजमेंट, आईटी सेक्टर, फाइनेंस, होटल मैनेजमेंट, फिटनेस, योग आदि के फील्ड के एप्लीकेंट ने भाग लिया।