पेशेवर योग्यता प्राप्त युवाओं के लिए स्वर्णिम अवसर
जयपुर। अब जर्मनी में डायरेक्ट प्लेसमेंट की नई व्यवस्था भी शुरू हो गई है। जिन युवाओं के पास पेशेवर डिग्री है और जर्मन भाषा का न्यूनतम बी 1 का स्तर है वह जर्मनी में नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं। जर्मन सरकार ने इसके लिए कई सुविधाएं भी घोषित की है। इसमें सबसे प्रमुख यह है कि जर्मनी में लगातार 5 साल काम करने के बाद वहां की नागरिकता प्राप्त की जा सकती है। कुछ मामलों में तो वहां की सरकार 3 साल में ही नागरिकता प्रदान कर देगी। लीगल तरीके से जर्मनी की नागरिकता प्राप्त करने का यह गोल्डन चांस है।
जर्मन सरकार ने प्रमुख रूप से डॉक्टर, नर्स, फिजियोथैरेपिस्ट, टेक्नीशियन में आईटीआई पास इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, कुक, हाउसकीपिंग आदि क्षेत्रों में सीधे नियुक्तियां देने को मंजूरी दे दी है। अब जर्मन कंपनियां इन क्षेत्रों में यूरोपीय यूनियन से बाहर के देशों से कर्मचारियों और पेशेवर योग्यता प्राप्त पेशेवरों को काम पर रख सकती है। इसके लिए न्यूनतम योग्यता जर्मन भाषा का बी 1 रखी है। वहीं डॉक्टर के लिए सी 1 और नर्स के लिए बी 2 की योग्यता रखी गई है। अन्य क्षेत्रों में जीवन का स्तर प्राप्त कर चुके पेशेवर और कर्मचारी अपना जर्मनी जाने का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।
जर्मन सरकार के इस निर्णय से भारत में पेशेवर योग्यता प्राप्त युवाओं को काफी लाभ प्राप्त होगा। जिन लोगों के पास पेशेवर दक्षता है और डिग्री है वह जर्मन भाषा का बी 1 का स्तर प्राप्त कर अपना आवेदन कर सकते हैं। यह सर्टिफिकेट गोयथे टेल्क या इसीएल का ही होना चाहिए। इसमें अभी तक किसी रियायत की घोषणा नहीं की गई है।
जर्मनी में विभिन्न क्षेत्रों में कर्मचारियों की कमी को देखते हुए जर्मन सरकार ने यह घोषणाएं की है। चिकित्सा क्षेत्र में तो डॉक्टर, नर्स, फिजियोथैरेपिस्ट के लिए जर्मनी जाना आसान कर दिया गया है। भविष्य में चिकित्सा क्षेत्र के अन्य पेशेवर योग्यता प्राप्त युवाओं के लिए भी रास्ते खोले जा सकते हैं।