किरान तूफान के पश्चिमी यूरोप से टकराने के बाद फ्रांस, बेल्जियम, जर्मनी और नीदरलैंड्स में कई मौतें हुई हैं। प्रशासन ने कई तरह की चेतावनियां जारी की हैं।
अधिकारियों ने बताया है कि फ्रांस और इसके पड़ोसी देशों में किरान तूफान की रिकॉर्ड-तोड़ तेज हवाओं में कम से कम सात लोग मारे गए हैं। पश्चिमी यूरोप से गुजरे इस तूफान में घर तबाह हो गए, बहुत सारे यात्री फंस गए और बहुत बड़े इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
फ्रांस के अटलांटिक तट के उत्तरी हिस्से में हवा की रफ्तार 190 किमी प्रति घंटे से भी ज्यादा हो गई। इससे पेड़ उखड़ गए और लोगों के घरों की खिड़कियां उड़ गईं। बुधवार रात को यह ताकतवर तूफान उत्तर-पश्चिमी फ्रांस और दक्षिण-पश्चिमी इंग्लैंड से टकराया था। फिर गुरुवार को यह नीदरलैंड्स, बेल्जियम, जर्मनी और इटली पहुंचा।
तूफान से मौतें
फ्रांस के परिवहन मंत्री क्लीमां बुन ने बताया कि उत्तरी फ्रांस के अंदरूनी एन इलाके में एक ट्रक पेड़ से टकरा गया। इस हादसे में ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई। बुन ने लोगों से सड़कों पर न जाने और तूफान में गाड़ी न चलाने का आग्रह किया है। प्रसारक फ्रांस-इन्फो से बातचीत में उन्होंने कहा, "हमने देखा कि ऐसे हालात में सड़कें कितनी खतरनाक हो सकती हैं।"
वहीं तटीय शहर ले आव्र में एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की अपनी बालकनी से गिरकर मौत हो गई। फ्रांस के गृह मंत्रालय ने बताया कि तूफान में सात फायर-फाइटरों समेत कम से कम 15 लोग घायल हुए हैं।
बेल्जियम के खेंत शहर के अभियोजक कार्यालय ने बताया कि पेड़ की डालें गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। इनमें से एक पांच साल का बच्चा था। इसी हादसे में तीन साल एक बच्चा घायल भी हुआ। खेंत के ही सिटाडेल पार्क में जर्मनी के तीन पर्यटकों पर पेड़ की डालें गिर पड़ीं। इस हादसे में 64 साल की एक महिला की मौत हो गई।
उत्तरी जर्मनी के हार्त्स पहाड़ों में पेड़ गिरने से 46 साल की एक महिला बुरी तरह जख्मी हो गई। नीदरलैंड्स की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पेड़ गिरने से बहुत सारे लोग घायल हुए हैं। वहीं वेनराई शहर में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
सेल्फी के लिए जान जोखिम में डालना ठीक नहीं
फ्रांस की बिजली कंपनी इनेदिस ने बताया कि देश के करीब 12 लाख घरों में बिजली चली गई है। इसमें करीब आधे घर तो अटलांटिक प्रायद्वीप ब्रिटनी के है। यह इलाका किरान से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।
ब्रिटेन में भी हजारों घरों की बिजली चली गई। वहीं दक्षिणी इंग्लैंड के कुछ इलाकों को खाली कराया गया है। समुद्री और तटरक्षक एजेंसियों ने लोगों से तटों से दूर रहने के लिए कहा है। एजेंसी ने ट्वीट किया, "खतरनाक स्थितियों से दूर रहें। तूफानी परिस्थितियों में सेल्फी के लिए अपनी जान जोखिम में डालना उचित नहीं है।"
अब किधर बढ़ रहा है तूफान?
जर्मनी की मौसम सेवा के मुताबिक किरान के आने से पहले ही उत्तरी जर्मनी के तटीय इलाकों में तूफान की चेतावनी दे दी गई थी। उन्होंने बताया कि तूफान इंग्लैंड के ऊपर इंग्लिश चैनल से उत्तरी सागर की ओर बढ़ रहा है। सप्ताह खत्म होने से पहले हवा की रफ्तार कम होने की उम्मीद है, लेकिन तूफान और बारिश की स्थिति बनी रहने की संभावना है।